Uttarakhand News: देहरादून । केदार घाटी में बारिश कम होने बाद श्री केदारनाथ धाम यात्रा पटरी पर लौटने लगी है। यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। केदार बाबा के दर्शन कर अभिभूत हो रहे श्रद्धालु यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्ट नजर आ रहे हैं और अपने सुखद अनुभव साझा कर रहे हैं। गुवाहाटी से बाबा केदारनाथ धाम के दर्शनों को पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि पैदल रास्ता अब दुरुस्त हो गया है एवं लगातार यात्रा चल रही है। पैदल मार्ग पर पानी, बिजली, खाना, शौचालय सहित अन्य सभी प्राथमिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। दर्शन भी बहुत अच्छे हो रहे हैं। राजकोट गुजरात से पहुंचे प्रफुल्ल ने बताया कि पैदल यात्रा मार्ग यात्रा के लिए सुरक्षित एवं सुचारू है।
Uttarakhand News: पिछले दो हफ्तों से पैदल यात्रा लगातार बढ़ रही है
यात्रा मार्ग पर सभी सुविधाएं भी हैं एवं प्रशासन और पुलिस द्वारा पूरी मदद भी की जा रही है। उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल शुक्ला ने बताया कि बीती 31 जुलाई को अतिवृष्टि के कारण कुछ दिनों तक जरूर पैदल यात्रा प्रभावित रही। लेकिन पिछले दो हफ्तों से पैदल यात्रा लगातार बढ़ रही है। देश दुनिया से श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन को पहुंच रहे हैं। यात्रा को सुखद एवं सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुई सड़क भी तीन से चार दिन के भीतर छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खुल जाएगा। उधर, इंस्पेक्टर सोनप्रयाग देवेन्द्र असवाल ने बताया कि पिछले 10 दिनों में औसतन तीन हजार श्रद्धालु पैदल यात्रा मार्ग से केदारनाथ के लिए जा रहे हैं।
Uttarakhand News: यह धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत कर दी गई
बारिश कम होने के साथ ही लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक में सर्वसम्मति से 9.08 करोड़ रुपये की आपदा प्रभावितों को क्षतिपूर्ति देने का निर्णय लिया था। सीएम के निर्देश पर यह धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत कर दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ में पिछले माह आई आपदा से प्रभावित हुए व्यवसायियों को राहत देने के लिए नौ करोड़ की धनराशि जारी की है। इस संबंध में सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली ने रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी को धनराशि मंजूर किए जाने के संबंध में आदेश पत्र जारी कर दिया है। बता दें कि 31 जुलाई को भारी बारिश से लिनचौली से सोनप्रयाग तक पैदल मार्ग और मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। स्थानीय व्यवसायियों को भी भारी क्षति हुई थी।
Uttarakhand News: आपदा प्रभावितों को क्षतिपूर्ति देने का निर्णय लिया था
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद दो बार ग्राउंड जीरो पर जाकर नुकसान का जायजा लिया था। साथ ही यात्रियों और आपदा प्रभावितों के बीच पहुंचकर उनसे जानकारी ली थी। इसके बाद उनके निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक में सर्वसम्मति से 9.08 करोड़ रुपये की आपदा प्रभावितों को क्षतिपूर्ति देने का निर्णय लिया था। सीएम के निर्देश पर यह धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत कर दी गई है। आदेश में कहा गया है कि स्वीकृत धनराशि का भुगतान प्रभावितों का परीक्षण तथा नियमानुसार सत्यापन करने के बाद पूरी तरह से संतुष्ट होने पर किया जाएगा। यह भुगतान ई-बैंकिग या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से होगा।
टिहरी के आपदा प्रभावितों को किराया भुगतान के लिए 25 लाख मुख्यमंत्री राहत कोष से टिहरी जिले के मलेथा, गंगेरी पनेली, जोगियाड़ा, अंकवाणगांव, चक्रगांव, ग्वाणा मल्ला, मेण्डू सिंदवाल व कंडार गांव मल्ला के करीब 38 प्रभावित परिवारों को दो माह के किराये के लिए 25 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई है