Breaking
22 Jan 2025, Wed

देश के 13 प्रमुख शहरों में आवासीय किराये में तिमाही आधार पर 2.6% की बढ़ोतरी; अहमदाबाद, पुणे और कोलकाता में सबसे अधिक किराया दर्ज किया गया

देहरादून : भारत के सबसे बड़े रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म, मैजिकब्रिक्स ने अपना फ्लैगशिप रेंटल अपडेट (अप्रैल-जून 2024) जारी किया, जिसमें देश के 13 बड़े शहरों में आवासीय किराये में सालाना आधार पर 14.6% और तिमाही आधार पर 2.6% की बढ़ोतरी की बात सामने आई है, और इस प्रकार किराये में हर महीने प्रति वर्ग-फुट 33.3 रुपये की औसत वृद्धि हुई है।

औसत किराये में बढ़ोतरी के मामले में नवी मुंबई (6.2% तिमाही-दर-तिमाही), हैदराबाद (4.2% तिमाही-दर-तिमाही) और अहमदाबाद (4% तिमाही-दर-तिमाही) सबसे आगे है। नवी मुंबई की बात की जाए, तो यहाँ 2024 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च 2024) में औसत मासिक किराया 28.99 रुपये प्रति वर्ग-फुट था, जो 2024 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून 2024) में बढ़कर हर महीने 30.78 रुपये प्रति वर्ग-फुट हो गया। इसी प्रकार, हैदराबाद में औसत मासिक किराया 22.01 रुपये प्रति वर्ग-फुट से बढ़कर 22.93 रुपये प्रति वर्ग-फुट तक पहुँच गया, जबकि अहमदाबाद में औसत मासिक किराया 17.25 रुपये प्रति वर्ग-फुट से बढ़कर 17.94 रुपये प्रति वर्ग-फुट हो गया।

रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि, पिछली तिमाही में 16% तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि के बाद, इस अवधि के दौरान किराये के घरों की मांग में तिमाही आधार पर 14.8% की शानदार बढ़ोतरी हुई है। हालाँकि, किराये के लिए उपलब्ध घरों को ग्राहकों द्वारा तेजी से रहने के लिए उपयोग में लाने की वजह से मैप किए गए शहरों में आपूर्ति में तिमाही आधार पर 2.2% की कमी आई है, जिसके चलते किराये में वृद्धि हुई है।

आवासीय मकान के लिए सबसे ज़्यादा किराया मुंबई (हर महीने 82.28 रुपये प्रति वर्ग-फुट), दिल्ली (हर महीने 33.72 रुपये प्रति वर्ग-फुट) और ठाणे (हर महीने 29.84 रुपये प्रति वर्ग-फुट) शहरों में है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि, ग्रेटर नोएडा में औसत मासिक किराया 14.52 रुपये प्रति वर्ग-फुट, नोएडा में 20.10 रुपये प्रति वर्ग-फुट तथा बेंगलुरु में 28 रुपये प्रति वर्ग-फुट है।आवासीय किराये में बढ़ोतरी के बारे में समझाते हुए श्री अभिषेक भद्रा, हेड ऑफ़ रिसर्च, मैजिकब्रिक्स ने कहा, “आर्थिक गतिविधियों में लगातार तेजी बनी हुई है, जिसे देखते हुए हमें उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों से लेकर मध्यम अवधि के दौरान किराये की मांग के साथ-साथ किराये में लगातार बढ़ोतरी जारी रहेगी। इसके अलावा, बहुत-सी प्रॉपर्टी का निर्माण कार्य पूरा होने के करीब है, जिसकी वजह से किराये की आवासीय इकाइयों की आपूर्ति में भी सुधार होने की उम्मीद है। कुल मिलाकर देखा जाए, तो मौजूदा परिस्थिति घर के मालिकों और निवेशकों के लिए बेहतर संभावनाओं के अवसर की पेशकश करती है, जो निश्चित तौर पर किराये के बाज़ार में अधिक-से-अधिक भागीदारी को बढ़ावा देगा।”

किराये के घरों की जबरदस्त मांग और ज़्यादा किराये की वजह से, रेजिडेंशियल रियल एस्टेट निवेश चलिए सबसे आकर्षक बाज़ार बना हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि, देश के देश के 13 बड़े शहरों में किराये से होने वाला औसत मुनाफ़ा 3.6% है, जबकि अहमदाबाद, पुणे और कोलकाता में निवेश से किराये में सबसे अधिक किराया मुनाफ़ा (3.8%) प्राप्त हुआ।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *